Teaching of Physical Science

प्रश्न 1 : विज्ञान के अर्थ एवं प्रकृति की व्याख्या कीजिये।

उत्तर :
विज्ञान का अर्थ एवं परिभाषा

विज्ञान शब्द लैटिन शब्द Scientia से लिया गया है जिसका अर्थ है विशेष ज्ञान । वस्तुत: घटनाओं के कारणों की खोज ने विज्ञान को जन्म दिया। विज्ञान किसी घटना विशेष के कारण तथा परिणाम के पारस्परिक संबंध के ज्ञान का व्यवस्थित या क्रमबद्ध अध्ययन है । विभिन्न वैज्ञानिकों एवं विद्वानों द्वारा विज्ञान को परिभाषित करने के प्रयास किये गये पर विज्ञान की एक भी परिभाषा ऐसी नहीं है जिसे सभी की मान्यता मिली हो । कुछ ने विज्ञान को एक विशेष तरह के ज्ञान के संचित कोष के रूप में देखा तो कुछ ने इसे एक प्रक्रिया के रूप में स्वीकार किया। विज्ञान की कुछ मुख्य परिभाषाएं निम्न हैं

(1) आइंस्टीन के अनुसार, "हमारी ज्ञान अनुभूतियों की अस्त-व्यवस्त विभिन्नताओं को तर्कपूर्ण एकरूप प्रणाली बनाने के प्रयत्न को विज्ञान कहा जा सकता"

(2) हक्सले का मत है, "में तर्क तथा प्रमाणों पर आधारित ज्ञान को विज्ञान मानता हूँ।”

(3) संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में विज्ञान जन-शक्ति प्रायोजना द्वारा प्रस्तुत विज्ञान की समग्र परिभाषा के अनुसार, “विज्ञान प्रयोगाश्रित प्रेक्षणों का वह संचित तथा अनवरत क्रम है जो ऐसी धारणाओं एवं सिद्धांतों को जन्म देता है जो आगामी प्रेक्षणों के प्रकाश में अनवरत संशोधित हो जाते हैं। इस तरह विज्ञान प्रायोगिक ज्ञान का कलेवर भी है तथा उसके परिवर्तन एवं संशोधन की प्रक्रिया भी।" .

उपरोक्त परिभाषाओं के आधार पर विज्ञान की आधुनिक परिभाषा इस तरह है, "वैज्ञानिक नैसर्गिक घटनावली तथा उनके संबंधों के विषय में परीक्षण एवं पर्यवेक्षण से प्राप्त क्रमबद्ध ज्ञान का नाम विज्ञान है ।"

कार्ल पियरसन ने विज्ञान के अंतर्गत इन सभी बातों का समावेश किया है

(i) किसी घटना को अनुभव करना, (ii) घटना का स्पष्टीकरण, (iii) घटना से संबंधित तथ्यों का विश्लेषण करके वैज्ञानिक उपकल्पना बनाना, (iv) उपकल्पना के परीक्षण के लिए प्रयोग करना एवं आंकड़ों का संग्रह करना, (v) निरीक्षण तथा यथार्थ तथ्यों का चित्रण, (vi) कार्यकारण संबंध स्थापित करना,(vii) सार्वभौमिक एवं प्रामाणिक निष्कर्ष निकालना और (viii) भविष्यवाणी करना।

विज्ञान की प्रकृति

विज्ञान के अर्थ के आधार पर विज्ञान की प्रकृति से संबंधित दो पक्ष स्पष्ट होते हैं..

(1) स्थिर पक्ष- स्थिर पक्ष के अंतर्गत विज्ञान एक विशेष तरह का संकलित ज्ञान है जिसे उत्पादन के रूप में समझा जा सकता है । इस पक्ष में कुछ सुनिश्चित तथ्य, नियम, सिद्धांत, मान्यताएं तथा विचारधाराएं आदि सम्मिलित हैं।

(2) गतिशील पक्ष- गतिशील पक्ष विज्ञान की प्रायोगिक प्रक्रिया से संबंधित है जिसमें क्रियाशीलता को महत्व प्रदान किया गया है। इसमें ज्ञान के परिवर्तन तथा संशोधन हेतु विज्ञान की शोध प्रक्रिया सम्मिलित है।

विज्ञान के स्थिर तथा गतिशील पक्ष उसकी प्रकृति को स्पष्ट करते हैं। इसकी प्रकृति के पहले पक्ष में ज्ञान का उत्पादन है तो दूसरे पक्ष में शोध प्रक्रिया के माध्यम से ज्ञान का लगातार संशोधन है । वस्तुत: विज्ञान की समग्र प्रकृति में दोनों ही पक्षों को शामिल किया गया है।




BU BHOPAL B-ED 2 SEMESTER PHYSICAL SCIENCE 2019 Question 1