Botany वनस्पति विज्ञान

प्रश्न 45 : क्लोनिंग वेक्टर पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिये -

उत्तर– क्लोंनिग वेक्टर- वांछित जीन को किसी ऐसे अणु के साथ जोड़ा जाता है, जो वांछित जीन सहित आतिथेय कोशिका (host cell) में प्रवेश कर वांछित जीन सहित आतिथेय में अपने DNA की पुनरावृत्ति करता है इसे क्लोनिंग वाहक (cloningvector) कहते हैं। वाहक में निम्न गुणों का होना आवश्यक होता है-

(1) यह आतिथेय कोशिका में पुनरावृत्ति करने के लिए स्वतंत्र हो अर्थात पुनरावृत्ति आरंभन स्थल (replication origin site) का उपस्थित होना आवश्यक है, जिसे आतिथेय कोशिका द्वारा पहचाना जाता है, उसके बाद पुर्नयोजी DNA की पुनरावृत्ति का आरम्भन होता है।

(2) इसमें एक चिन्हित-स्थल पाया जाना आवश्यक होता है, फलस्वरूप रूपान्तरित कोशिका के चयन में सहायता मिलती हैं।

(3) वाहक अणु में विशिष्ट प्रतिबन्ध स्थल पाये जाने चाहिए जिन्हें विशिष्ट रेस्ट्रिक्शन एन्जाइम की सहायता से तोड़ा जा सकता है। ये स्थल इतर DNA (foreign DNA) के निवेशन में सहायक होते हैं।

(4) इन्हें वाहक से पृथक करना कठिन न हो।

(5) जीन स्थानान्तरण के लिए वाहक में यह गुण होना चाहिए कि या तो वह स्वयं या अपने इतर DNA का आतिथेय कोशिका के DNA में निवेशित कर सकें। (6) इसकी आतिथ्य कोशिका में सरलतापूर्वक निवेशित करवाया जा सकें।

(7) यदि इतर DNA की अभिव्यक्ति करवायी जानी है तब वाहक में प्रमोटर आपरेटर जैसे नियामक अवयव एवं अन्य आवश्यक क्रमों का उपस्थित होना आवश्यक होता है।

पुनर्योजी DNA तकनीक में प्रयुक्त होने वाले सभी वाहक क्लोनन वाहक होते हैं, क्योंकि ये चयनित आतिथेय कोशिका में इतर DNA का वर्णन करते हैं। इनके अलावा कुछ वाहक DNA इतर की अभिव्यक्ति के लिए डिजाइन किए जाते हैं। इन्हें अभिव्यक्ति वाहक कहते हैं। यूकेरियोटी जीनों को प्रोकेरियोटस में अभिव्यक्त करने के लिए निम्न दो बातें अति आवश्यक है-

(i) यूकेरियोटी जीनों में प्राकृतिक रूप से इन्ट्रॉन उपस्थित होते हैं, जो अनुवादन के समय mRNA अणुओं में से हटा कर दिए जाते हैं। प्रोकेरियोट ऐसा करने में सक्षम नहीं होते हैं। अतः प्रोकेरियोटों में जीनों की अभिव्यक्ति के लिए यूकैरियोटी जीनों के केवल cDNA को प्रयुक्त किया जाना चाहिए। इन जीनों को cDNA प्रतियों के कोडन क्रम से पूर्व प्रोकेरियोटी नियामक क्रमों (प्रमोटरों, राइबोसोम बंधन स्थलों) को जोड़ा जाता है, ताकि प्रोकेरियोटी में इनका अनुलेखन एवं अनुवादन हो सके।


hi